Monday, December 24, 2007

चलते हुए तूफ़ानो को रोक पाना है मुश्किलटूटे हुए शीशे को जोड़ पाना है मुश्किलदिल आपको इतना याद करता है कीइसे लफ़्ज़ो मे लिख पाना है मुश्किलतिनको से बने पल पल से बने लम्हेहर पल कोई किसी के साथ नही रह सकताइसीलिए खुदा से यादो को माँगा मैनेआपकी एक मुस्कान नेहमारे होश उड़ा दिएऔर जब हम होश मे हैतो आप फिर मुस्कुरा दिएमेरी दोस्ती कोई पेप्सी नही जो दिल मांगे मोरदोस्ती कोई साबुन नही जो पहले इस्तेमाल करोफिर विश्वास करोहमारी दोस्ती तो एल.0आई0सी0 हैज़िंदगी के साथ भी और ज़िंदगी के बाद भी

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